क्या सिमरन हेटमायर को सुपर ओवर मे ओपन करवाना सही था?
आज मैच ने अनोखा रुख लिया। कभी जीत दिल्ली के पलड़े में तो कभी रॉयल्स के ।
दोनो टीमो ने अपना 100 % दिया टीम को जिताने के लिए
जहाँ दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुवे 188 रन बनाए और रॉयल्स को 189 रन का लक्ष्य तय करना था
रॉयल्स की ओर से जैस्वाल ने 51 रन का योगदान दिया , सेमसन 31 रन बनाकर रिटायर हर्ट होके बाहर चले गए।
नीतीश राणा और जुरल ने 51, और 26 रन बनाए। सिमरन हेटमायर आखरी ओवर तक खेले किन्तु अंतिम ओवर में महज 9 रन जीत से दूर थे वहां पर वो बाउंड्री लगाने मे नाकामयाब रहे। और मैच टाई करवा दिया और सुपर ओवर में चला गया जहाँ आखरी ओवर स्टार्क कर रहे थे जिसमें हेटमायर काफी बिट हो रहे थे।
तो सुपर ओवर में रॉयल्स की ओर से पहली गेंद हेटमायर द्वारा खेलना सही फैसला था ?
क्योंकि आखरी ओवर में हेटमायर बाउंड्री लगाने में नाकामयाब रहे थे । जयसवाल और रियान पराग एक बेटर ऑप्शन हो सकता था। लेकिन रॉयल्स ने हेटमायर पर भरोसा जताया और परिणाम वही हुआ जो पूरा स्टेडियम और दिल्ली की टीम सायद सोच रही थी। मात्र 11 रन बने सुपर ओवर में। अगर पराग पहली गेंद खेलता तो शायद स्कोर कुछ और हो सकता था क्योंकि स्टार्क को सिमरन ठीक से खेल नही पा रहे थे। पूरा स्टेडियम देख चुका था फिर भी रॉयल्स ने उस पर भरोसा जताया और दिल्ली को 2 अंक आसानी से प्राप्त हो गए।